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ई-आधार : वे सभी बातें जो आपको जाननी चाहिए

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19-12-2023
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आधार क्या है? यह 12 अंकों की एक संख्या है जो भारत के नागरिकों के बीच विशिष्ट रूप से आपकी पहचान करवा सकती है। इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी किया जाता है। इसे किसी व्यक्ति की बायोमेट्रिक जानकारी, जैसे कि आईरिस स्कैन और उंगलियों के निशान, और जनसांख्यिकीय जानकारी, जैसे कि उनकी जन्मतिथि और पते के आधार पर दिया जाता है।

तो फिर -आधार कार्ड क्या है? यह यूआईडीएआई के अधिकारी द्वारा डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित (साइन किया हुआ) आपके भौतिक (फिजिकल) आधार कार्ड की एक पासवर्ड-सुरक्षित कॉपी है। यह आपके भौतिक आधार कार्ड का विकल्प (ऑप्शन) नहीं है, लेकिन -आधार डाउनलोड होने के बाद भौतिक आधार कार्ड के स्थान पर इसका उपयोग किया जा सकता है।

इस महत्वपूर्ण व्यक्तिगत दस्तावेज़ (डॉक्यूमेंट) के बारे में बहुत सी बातें जानने योग्य हैं, और हमने इसके बारे में नीचे दिए गए लेख में सब कुछ बताने की कोशिश की है, जैसे कि अपने -आधार कार्ड को कैसे प्राप्त करें, कैसे पता करें कि आप इसके लिए पात्र (एलिजिबल) हैं, कैसे एक -आधार डाउनलोड किया जा सकता है, कैसे चेक करें कि आपका आधार नंबर सक्रिय (एक्टिव) है या नहीं और यदि यह खो जाए तो ऐसे में क्या करें। यहां वह सब कुछ दिया गया है, जो आपको इसके बारे में जानना चाहिए।

 

-आधार कार्ड होने के फायदे

 

  • पहुंच-योग्यता (एक्सेसिबिलिटी):

-आधार डाउनलोड करने के बाद, जरूरत पड़ने पर इस तक पहुंचना बहुत आसान है, क्योंकि यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया जाता है। आपको इसे गलत जगह रख दिए जाने की चिंता भी नहीं रहती है।

  • आसान दस्तावेज़ी प्रक्रिया (डाक्यूमेंट्री प्रोसेस):

-आधार कार्ड के साथ नया पासपोर्ट प्राप्त करना या नया बैंक खाता खोलना बहुत सरल और त्वरित (फ़ास्ट) हो गया है। आपको इन प्रक्रियाओं (प्रोसेस) के दौरान बहुत ज़्यादा दस्तावेज़ जमा करने की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि आपके -आधार कार्ड में ढेर सारी जानकारियों की डिटेल्स होती हैं।

 

जैसे कि:

  1. नाम
  2. पता
  3. लिंग
  4. जन्मतिथि (डेट ऑफ बर्थ)
  5. फोटो
  6. आधार संख्या
  7. यूआईडीएआई द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर (सिग्नेचर)

 

  • पता और आईडी प्रमाण (प्रूफ):

आपका -आधार कार्ड, आपके फिजिकल आधार की तरह, पहचान और पते के प्रमाण, दोनों के रूप में कार्य करता है। आईटी अधिनियम 2000 के अनुसार, जो डिजिटल हस्ताक्षर के साथ इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड की वैधानिक मान्यता (लीगल रिकॉग्निशन) की अनुमति (परमिशन) देता है, -आधार एक ऐसा दस्तावेज है जिसे यूआईडीएआई ने डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित (साइन) किया है।

  • भौतिक आधार कार्ड के सभी फ़ायदे:

-आधार कार्ड के साथ, आप सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले सभी विभिन्न प्रकार के फायदे प्राप्त करने के लिए पात्र (एलिजिबल) होते हैं।

उदाहरण के लिए, अपने आधार नंबर को अपने खाते से जोड़ने के बाद आप सीधे अपने बैंक खाते में अपनी एलपीजी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।

 

-आधार कार्ड कैसे प्राप्त करें

-आधार कार्ड का उपयोग करने से पहले आपके लिए यह आवश्यक है कि आपके पास पहले से ही एक भौतिक आधार कार्ड हो। जब आपको यूआईडीएआई की वेबसाइट से आपका -आधार कार्ड प्रदान कर दिया जाता है, तो आप इसे तुरंत डाउनलोड कर सकते हैं।

आधार कार्ड कैसे प्राप्त करें

आधार आवेदन (एप्लीकेशन) जमा करने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेजों को एकत्रित (जमा) करें। पहचान का प्रमाण, पते का प्रमाण, जन्म तिथि का प्रमाण और परिवार के मुखिया के साथ संबंध का प्रमाण, इन सभी की आवश्यकता होगी।

उसके बाद, अपने घर के निकटतम नामांकन केंद्र (एनरोलमेंट सेंटर) पर मिलने का समय तय करें।

आपके दस्तावेज़ स्वीकृत होने और आपका बायोमेट्रिक डेटा प्रदान किए जाने के बाद, आपको एक प्राप्ति की पर्ची (रिसिप्ट स्लिप) मिलेगी।

आप प्राप्ति की पर्ची में दी गई जानकारी की मदद से -आधार डाउनलोड कर सकते हैं और अपने आधार कार्ड की स्थिति की जांच कर सकते हैं।

पीडीएफ फाइल खोलने के लिए आपको पासवर्ड दर्ज करना होगा, जिसमें आपके पहले नाम के पहले चार अक्षर और आपकी जन्मतिथि वर्ष के प्रारूप (YYYY) में शामिल है।

 

-आधार डाउनलोड कैसे करें

-आधार डाउनलोड में सहायता के चरण (स्टेप) इस प्रकार हैं:

  1. आपको अपना आधार नंबर तैयार रखना चाहिए।
  2. यदि आपने हाल ही में अपना आधार कार्ड अपडेट किया है या उसके लिए आवेदन किया है, और फिर भी आप अपना आधार नंबर नहीं जानते हैं, तो अपनी नामांकन संख्या (एनरोलमेंट नंबर) के साथ-साथ अपनी नामांकन पर्ची (नॉमिनेशन स्लिप) पर समय और तारीख को दर्ज कर लें।
  3. आगे बढ़ने के लिए, अपना VID, एनरोलमेंट नंबर या आधार नंबर डालें। अपना पिन कोड और पूरा नाम ठीक वैसे ही डालें जैसे वे आपके आधार फॉर्म पर दिखाई देते हैं।
  4. सिक्योरिटी कोड दर्ज करके ओटीपी का अनुरोध (रिक्वेस्ट) करें।
  5. ओटीपी प्राप्त करने के बाद, इसे दर्ज करें। उसके बाद, -आधार डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।
  6. -आधार डाउनलोड करने के बाद, आपको -आधार कार्ड खोलने के लिए पासवर्ड दर्ज करना होगा, जिसमें आपके प्रथम नाम के पहले चार अक्षर और आपकी जन्मतिथि वर्ष (YYYY) प्रारूप में हो।

-आधार के बारे में जानने योग्य अन्य बातें

आप -आधार कार्ड का उपयोग कहां कर सकते हैं?

समय बचाने और लंबी कागज़ी प्रक्रिया से बचने के लिए आप अपने -आधार का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों (कई चीजों) के लिए कर सकते हैं।

ई-आधार का उपयोग आप इन परिस्थितियों में कर सकते हैं:

  1. बैंक खाता खोलते समय आईडी प्रूफ के रूप में इसका उपयोग करना
  2. पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय
  3. किसी भारतीय रेलवे स्टेशन पर आईडी प्रूफ के रूप में
  4. एलपीजी सब्सिडी का लाभ लेने के लिए
  5. अपने डिजिटल लॉकर तक पहुँचने के लिए

मास्क्ड आधार कार्ड

जैसा कि नाम से ज़ाहिर है, एक "मास्क्ड आधार कार्ड" आधार संख्या के एक हिस्से को छुपाता है ताकि यह पूरी तरह से दूसरों के सामने प्रकट नहीं हो। यह दिखने में आधार कार्ड जैसा ही होता है।

आधार संख्या के पहले आठ अंक आंशिक रूप से "मास्क्ड आधार कार्ड" के अंतर्गत XXXX-XXXX के कैरेक्टर छिपे हुए होते हैं और इस संख्या के केवल अंतिम चार अंक ही दिखाई देते हैं।

मास्क्ड आधार कार्ड को यूआईडीएआई वेबसाइट से "-डाउनलोड आधार" सेक्शन के अंतर्गत मास्क्ड आधार कार्ड के लिए विकल्प (ऑप्शन) चुनकर आधिकारिक रूप से डाउनलोड किया जा सकता है।

एमआधार ऐप

यूआईडीएआई द्वारा आधिकारिक आधार ऐप, या एमआधार ऐप जारी किया गया है, जिससे आधार कार्ड धारकों को एक ऐसा प्लेटफॉर्म मिल सके, जिसकी मदद से वे अपने स्मार्टफ़ोन पर अपने साथ जनसांख्यिकीय जानकारी (डेमोग्राफिक इनफार्मेशन) और फोटो साथ लेकर चल सकें। यह सुविधा एंड्रॉइड फोन पर तो उपलब्ध है लेकिन अभी तक आईफोनों पर नहीं पाई है।

आधार कार्ड धारक अपने प्रोफाइल को ऐप में जोड़ सकते हैं और उन्हें किसी भी स्थान से एक्सेस कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आशा है, अब तक आप -आधार कार्ड के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। अब आप यह जान गए हैं कि यह क्या है, किन जरूरतों को यह पूरी करता है, और आप अपने -आधार को कैसे डाउनलोड कर सकते हैं।

-आधार उन लोगों के लिए एकदम सही विकल्प है, जिन्हें इस महत्वपूर्ण दस्तावेज के खो जाने की चिंता होती है। अब कभी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध आपकी किसी चीज़ का गलत इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।

यूआईडीएआई की केंद्रीय पहचान डेटा रिपॉजिटरी (सीआईडीआर) में सभी आधार धारकों के डेटा पूर्ण सुरक्षा (फुल सिक्योरिटी) और संरक्षण (प्रोटेक्शन) में हैं। जब से सीआईडीआर आधार डेटाबेस बनाया गया है, तब से इसमें कभी कोई सुरक्षा संबंधी समझौता (सिक्योरिटी कंप्रोमाइज) नहीं हुआ है।

अगर आपको हाउसिंग फाइनेंस या होम लोन के संबंध में कोई मदद चाहिए हो, तो आप कभी भी पीरामल फायनांस जैसे विशेषज्ञों से मदद ले सकते हैं।

 

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